प्राचीन भारत का इतिहास - बिंदुवार तथ्यात्मक संकलन

प्राचीन भारत का इतिहास - बिंदुवार तथ्यात्मक संकलन
Updated on August 2025 | Author: Anand Vishwakarma
प्राचीन भारत का इतिहास अत्यंत समृद्ध और विविध है। यहाँ मानव सभ्यता के आरंभ से लेकर मध्यकाल तक की प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं का संक्षिप्त, तथ्यात्मक और बिंदुवार संकलन प्रस्तुत है।
1. पाषाण काल
- रॉबर्ट ब्रूस फूट थे एक – भूगर्भ वैज्ञानिक एवं पुरातत्त्वविद
- भारतीय प्राग इतिहास का पिता कहा जाता है – रॉबर्ट ब्रूस फूट
- कोपेनहेगन संग्रहालय की सामग्री को पाषाण, कांस्य और लौह युग का त्रियुगीय विभाजन किया था – थॉमसन ने
- भारतीय इतिहास के संदर्भ में, अलेक्जेंडर टी., एच.एच. लौंनहार्ट, रॉबर्ट रेवेल, जेम्स बर्गेस और वॉटर इलियट जिस गतिविधि से जुड़े थे – पुरातात्त्विक उत्खनन
- पशुपालन के साक्ष्य सर्वप्रथम मिलते हैं – मध्य पाषाण काल में
- मध्य पाषाण काल में पशुपालन के प्रमाण जहां से मिले, वह स्थान है – आदमगढ़
- चोपानी मांडो, काकोरिया, महदहा एवं सराय नाहर राय स्थलों में हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए हैं – महदहा और सराय नाहर राय से
- हड्डी से निर्मित आभूषण भारत में मध्य पाषाण काल में प्राप्त हुए हैं – सरायनाहर राय और महदहा से
- एक ही कब्र से तीन मानव कंकाल मिले हैं – दमदमा से
- खाद्यान्नों की कृषि सर्वप्रथम प्रारंभ हुई थी – नवपाषाण काल में
- भारत में प्रथम मानव जीवाश्म प्राप्त हुआ है – नर्मदा घाटी से
- मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयुक्त अनाज था – जौ
- भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं – लहुरादेव से
- आंदा, बोरी, बागोर तथा लखनिया में से मध्य पाषाण काल में पशुपालन के प्रमाण मिले हैं – बागोर से
- पुरापाषाण युग, नवपाषाण युग, ताम्रपाषाण युग तथा लौह युग में ताम्रपाषाण युग का नाम भी – चाल्कोलिथिक युग
- आत्री, मेहरगढ़, कॉटडिजी तथा कालिबंगन में से वह पुरास्थल, जहां से पाषाण संस्कृति से लेकर हड़प्पा संस्कृति तक के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हुए हैं – मेहरगढ़
- नवदातोली का उत्खनन करवाया था – एच.डी. सांकलिया ने
- नवदातोली अवस्था है – मध्य प्रदेश में
- वृहत्पाषाण स्मारकों की पहचान की गई है – मृतक को दफनाने के स्थान के रूप में
- राख का टीला बुद्धिहाल, सांगनकल्लू, कोलिडीहवा तथा ब्रह्मगिरि में से जिस नवपाषाणिक स्थल से संबंधित है, वह है – सांगनकल्लू
- 'भीमबेटका' प्रसिद्ध है – गुफाओं के शैल चित्र के लिए
- 'भीमबेटका' की गुफाओं की खोज हुई – विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा 1957-58 में
- भारत में सर्वाधिक शैल चित्र प्राप्त हुए हैं – भीमबेटका से
- अजंता, भीमबेटका, बाघ तथा अमरकंटक में से वह स्थल जो प्रागैतिहासिक चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है – भीमबेटका
- भीमबेटका की गुफाएं स्थित हैं – अब्दुल्लागंज-रायसेन (मध्य प्रदेश)
2. सिंधु सभ्यता
- सिंधु सभ्यता सम्बंधित है – आद्य-ऐतिहासिक काल से
- हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों का सामान्यतः उपयोग हुआ था – लाल रंग का
- मोहनजोदड़ो में पाया गया विशाल स्नानागार (The Great Bath) था – विशाल आयताकार टैंक
- हड़प्पा शहर की खुदाई हुई – 1920-21 में दयाराम साहनी द्वारा
- मोहनजोदड़ो पाकिस्तान के किस प्रान्त में स्थित है – सिंध प्रान्त
- हड़प्पा सभ्यता का वह नगर जो विशिष्ट रूप से मनके बनाना, सीप काटना, मुहर बनाना, धातु की वस्तुएं बनाना, तराजू का निर्माण करना आदि कार्यो सहित शिल्प उत्पादन के लिए समर्पित था – चन्हुदड़ो (खोज: 1931 में एम. जी. मजूमदार)
- चूना पत्थर की बनी नृत्य करते हुए पुरुष की मूर्ति (नटराज : ऊंचाई 7-8 इंच) जो कि दाहिने पैर के बल खड़ा है और बायां पैर नृत्य के मुद्रा में ऊँचा उठा है, किस स्थान पर पाई गई थी – हड़प्पा
- सिंधु सभ्यता का वह स्थल जहाँ से जलाशयों के साक्ष्य मिले हैं – धौलावीरा (कच्छ, गुजरात में स्थित तथा 1967-68 में जे. पी. जोशी द्वारा खोजै गया)
- 'सुरकोटडा' किस राज्य में स्थित है – कच्छ, गुजरात में स्थित तथा 1996 में जे. पी. जोशी द्वारा खोजै गय
- इटली और जर्मनी के पुरातत्वविदों के एक दल ने मोहनजोदड़ो में सतह अन्वेषण शुरू किया था – 1980 में (1986 में अमेरिकी दल द्वारा हड़प्पा में उत्खनन शुरू किया गया था)
- 1944 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक के रूप में पदभार संभाला एवं हड़प्पा की खुदाई का कार्यभार प्राप्त किया – रॉबर्ट एरिक मॉर्टिमर व्हीलर
- भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है – राखीगढ़ी
3. वैदिक काल
- ऋग्वेद में ऋचाएं हैं – 10552
- ऋग्वेद में मंडल है – 10
- ऋग्वेद से सम्बंधित ब्राह्मण ग्रन्थ – ऐतरेय ब्राह्मण ग्रन्थ
- सामवेद से सम्बंधित ब्राह्मण ग्रन्थ – पंचविश
- अथर्ववेद से सम्बंधित ब्राह्मण ग्रन्थ – गोपथ ब्राह्मण ग्रन्थ
- यजुर्वेद से सम्बंधित ब्राह्मण ग्रन्थ – शतपथ ब्राह्मण ग्रन्थ
- यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद में से वह, जिसका संकलन ऋग्वेद पर आधारित है – सामवेद
- कौशाम्बी, हस्तिनापुर, अतरंजीखेड़ा और तक्षशिला में से वह स्थान जिसकी खुदाई से लौह धातु के उपयोग के प्राचीनतम प्रमाण मिले है – अतरंजीखेड़ा से
- मोक्ष शब्द का सबसे पहले उल्लेख हुआ है – श्वेताश्वर उपनिषद में
- अध्यात्म ज्ञान के विषय में यम और नचिकेता का संवाद जिस उपनिषद में प्राप्त होता है, वह है – कठोपनिषद
- उपनिषद काल के राजा अश्वपति शासक थे – कैकेय के
- वैदिक साहित्य का सही क्रम है – वैदिक संहिताएं, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद
- वैदिक नदी अस्किनी की पहचान की जाती है – चेनाब नदी से
- ऋग्वेद में जिन नदियों का उल्लेख अफ़ग़ानिस्तान के साथ आर्यों के सम्बन्ध का सूचक है, वह है – कुभा (काबुल नदी), क्रुमु (कुर्रम नदी), और गोमती (गोमल नदी)
- सभा और समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया है – अथर्ववेद में
4. बौद्ध धर्म
- गौतम बुद्ध की माता सम्बंधित वंश से थी – कोलिय वंश से
- गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था – 563 ई. पू. में
- बसाढ़ स्तम्भ अभिलेख, निगाली सागर स्तम्भ अभिलेख, रुम्मिनदेई स्तम्भ अभिलेख और रामपुरवा स्तम्भ अभिलेख में से वह एक अभिलेख जो इसकी पुष्टि करता है कि गौतम बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था – रुम्मिनदेई स्तम्भ अभिलेख
- कोसल, अवन्ति, गांधार और मगध राज्यों में से वह जिनका सम्बन्ध बुद्ध के जीवन काल से था– मगध एवं कोसल
- गौतम बुद्ध द्वारा दीक्षित अंतिम व्यक्ति था – सुभद्द
- बुद्ध ने अपने जीवन की अंतिम वर्षा ऋतु व्यतीत किया था – वैशाली में
- बौद्ध धर्म में निर्वाण की अवधारणा को सर्वश्रेष्ठ रूप से व्याख्या करता है – तृष्णारूपी अग्नि का शमन
- बुद्ध के प्रथम गुरु थे – आलार कलाम (सांख्य दर्शन के आचार्य)
- बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश दिए थे – श्रावस्ती में
- बुद्ध कौशाम्बी आये थे – उदयन के राज्यकाल में
- बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद प्रथम बौद्ध संगीति की अध्यक्षता की गई – महाकस्सप द्वारा
- प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था – राजगृह की सप्तपर्णी गुफा में
- बौद्ध धर्म की महायान शाखा औपचारिक रूप से प्रकट हुई – कनिष्क के शासनकाल में
- कश्मीर में कनिष्क के शासनकाल में, जो चतुर्थ बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी, उसकी अध्यक्षता की थी – वसुमित्र ने
- प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ बौद्ध संगीतियों के आयोजन स्थानों का सही क्रम है – राजगृह, वैशाली, पाटलिपुत्र और कुंडलवन
- प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था – अजातशत्रु के शासनकाल में
5. जैन धर्म
- ऋषभदेव (आदिनाथ), प्रथम जैन तीर्थंकर, का निर्वाण स्थल – कैलाश पर्वत या अष्टापद
- ऋषभदेव का प्रतीक – बैल या वृषभ
- जैन सभा में अंतिम रूप में श्वेतांबर आगम का संपादन हुआ – पाटलिपुत्र में
- जैन संप्रदाय में प्रथम विभाजन के समय श्वेतांबर संप्रदाय के संस्थापक थे – स्थूलभद्र
- संप्रदाय, जो नियति की अटलता में विश्वास करता था – आजीवक
- जैन दर्शन के अनुसार सृष्टि की रचना एवं पालन-पोषण – सार्वभौमिक विधान से हुआ है
- प्रारंभिक जैन साहित्य जिस भाषा में लिखे गए – अर्ध-मागधी
- आरंभिक जैन साहित्य का भाग नहीं है – थेरीगाथा
- उत्तर प्रदेश में बौद्ध एवं जैनियों दोनों की प्रसिद्ध तीर्थस्थली है – कौशाम्बी
- महावीर स्वमी की पुत्री का नाम था – अनोज्ज्या प्रियदर्शिनी
- जैन धर्म से सम्बंधित ऐसा कौन सा शासक था जिसकी मृत्यु उपवास के दौरान हुई थी – चन्द्रगुप्त मौर्य
- भगवान गोमतेश्वर की मूर्ति अवस्थित है – श्रवणबेलगोला
- राजस्थान के माउंट आबू के पास स्थित उल्लेखनीय जैन मंदिरों का एक समूह – दिलवाड़ा मंदिर
- दिलवाड़ा मंदिर बनवाया गया था – चालुक्य वंश द्वारा 11वीं और 13वीं शताब्दी ईस्वी के बीच
- जैन साहित्य को ________ भी कहा जाता है। – आगम
- बराबर की गुफाओें का संबंध किस संप्रदाय से है – आजीवक
- महावीर के उपदेश ______ में संकलित किए गए थे, जिन्हें अंग कहा जाता था। वे प्राकृत भाषा में लिखे गए थे – 12 खंड
- महावीर स्वामी का जन्म – 540 ई० पू० कुंडग्राम (वैशाली) में हुआ था
- महावीर के बचपन का नाम – वर्धमान
- महावीर स्वामी ने अपना पहला उपदेश दिया था – राजगृह के विपुलचल पहाड़ी पर
- महावीर स्वामी के प्रथम शिष्य – इनके दामाद जामालि
- प्रथम जैन भिक्षुणी – चंपा थी
- महावीर ने अपने शिष्यों को ______ गणधरों में बांटा था – 11 गणधरों में
- महावीर की मुख्य शिष्य समूहों को कहते थे – गणधर
- महावीर स्वामी की मृत्यु – 72 वर्ष की आयु में 468 ई०पू० पावापुरी (नालंदा जिला)
- प्रथम जैन संगीति का आयोजन हुआ – 322 ई०पू० पाटलिपुत्र (अध्यक्ष: स्थूलभद्र)
- द्वितीय जैन संगीति का आयोजन हुआ – वल्लवी(गुजरात) 512 ईस्वी में इसके अध्यक्ष क्षमा श्रमण थे
- जैन धर्म के मुख्य ग्रंथ कल्पसूत्र की रचना – भद्रबाहु द्वारा (कल्पसूत्र में जैन तीर्थंकरों की जीवनियाँ तथा जैन संघ के प्रमुख मतों का विवरण है)
- दिगंबर जैन संप्रदाय का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल – मुक्तागिरि (बेतुल जिला)
- तीसरे जैन तीर्थंकर – संभवनाथ
- जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे – भगवान पार्श्वनाथ
- प्रथम जैन महासभा का आयोजन 300 ईसा पूर्व में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) में हुई थी – चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल के दौरान
- पहले (ऋषभदेव) और चौथे (अभिनंदन नाथ) जैन तीर्थकर की जन्मभूमि – अयोध्या
- दूसरे तीर्थंकर अजीतनाथ का प्रतीक – हाथी
- 19वें तीर्थंकर मल्लिनाथ का प्रतीक – कलश मिथिला
- खजुराहो में जैन मंदिरों का निर्माण करवाने वाले शासक – चंदेल शासक
- जैन धर्म में तीन रत्न (त्रिरत्न) दिए गए हैं और उन्हें निर्वाण का मार्ग कहा गया है – सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक आचरण
- जैन मठों को कहा जाता है – वसदिस
- महावीर स्वामी की मृत्यु के बाद जैन संघ का अगला अध्यक्ष हुआ – सुधर्मन
- प्रसिद्ध दिलवाड़ा का जैन मंदिर स्थित है – माउंटआबू
- महावीर स्वामी के भिक्षुणी संघ की प्रधान – चन्दना
- प्रभासगिरी जिनका तीर्थस्थल है, वे है – छठवें जैन तीर्थंकर पद्मप्रभ
- जैन धर्म विश्वास नहीं करता है – विश्व विनाशकारी प्रलय में
- यापनीय एक संप्रदाय था – जैन धर्म का
- श्रवणबेलगोला में गोमतेश्वर (बाहुबली) की विशाल प्रतिमा (57 फुट ऊंची) स्थापित करवाई थी – चामुण्डराय ने
- बाहुबली पुत्र थे – प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी के
6. शैव, भागवत एवं अन्य धर्म/संप्रदाय
- प्राचीन भारत के विश्वोत्पत्ति (Cosmogonic) विषयक धारणाओं के अनुसार, चार युगों के चक्र का क्रम इस प्रकार है – कृत, त्रेता, द्वापर और कलि
- कालिका पुराण किस धर्म से संबंधित है – शाक्त
- वह प्राचीन स्थल जहां 60,000 मुनियों की सभा में संपूर्ण महाभारत- कथा का वाचन किया गया था – नैमिषारण्य
- भारतीय संस्कृति में किसे अनंग कहा गया है – काम
- भगवान विष्णु के किस अवतार को सागर से पृथ्वी का उद्धार करते हुए अंकित किया जाता है – वाराह, यह भगवान विष्णु का तीसरा अवतार था
- हेलियोडोरस का बेसनगर अभिलेख संदर्भित है – वासुदेव से
- कौन-सा प्राचीन भारत में शैव संप्रदाय था – मत्तमयूर (प्राचीन भारत में, मट्टामयुरा नामक एक शैव समूह था जिसका उल्लेख चेदि राजवंश के अभिलेखों में किया गया है।)
- भागवत संप्रदाय के विकास में किसका देन अत्यधिक था – गुप्त राजाओं का
- भागवत संप्रदाय में भक्ति के रूपों की संख्या है – 9 (भागवत पंथ मोक्ष प्राप्त करने के मार्ग के रूप में नवधा भक्ति को मान्यता देता है)
- विदिशा नगर किस नदी के किनारे स्थित है – बेत्रवती
- विशिष्टाद्वैत से संबंधित है – रामानुज
- शुद्धाद्वैत के प्रतिपादक – वल्लभाचार्य (विष्णुस्वामी)
- द्वैताद्वैत के प्रतिपादक – निंबार्क
- न्यायदर्शन के प्रतिपादक – गौतम
- शून्यवाद के सिद्धांत के प्रतिपादक – नागार्जुन
- वरकरी संप्रदाय की मुख्य पीठ अवस्थित है – पंढरपुर
- पाशुपत संप्रदाय के प्रवर्तक लकुलीश का जन्म स्थल – गुजरात में
- वीरशैव संप्रदाय के संस्थापक – अल्लभप्रभु तथा उनके शिष्य बसव
- वीरशैव संप्रदाय के अनुयायियों को कहा जाता है – लिंगायत अथवा जंगम
- नयनार कौन थे – शैव धर्मानुयायी
- किसके सिक्कों पर संकषर्ण एवं वासुदेव दोनों अंकित हैं – अगाथोक्लीज
7. महाजनपद काल (छठीं शताब्दी ईसा पूर्व : राजनीतिक दशा)
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व के 16 महाजनपदों के विषय में किस बौद्ध ग्रंथ में सूचना मिलती है – अंगुत्तर निकाय
- वर्तमान उत्तर प्रदेश में भारत के प्राचीनतम सोलह महाजनपद में से कुल कितने महाजनपद स्थित थे – 16 महाजनपदों में से 8 आधुनिक उत्तर प्रदेश में स्थित थे।
- काल्पी नगर किस नदी के तट पर स्थित है – यमुना नदी
- प्राचीन श्रावस्ती का नगर विन्यास किस आकृति का है – अर्धचंद्राकार
- पाणिनी के अष्टाध्यायी में जनपदों का उल्लेख मिलता है – 22 जनपदों का
- महाभारत के अनुसार, उत्तरी पांचाल की राजधानी स्थित थी – अहिच्छत्र में
- अंग देश का उल्लेख सर्वप्रथम मिलता है – अथर्ववेद में
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व शक्तिमति राजधानी थी – चेदी की
- उदयन-वासवदत्ता की दंतकथा संबंधित है – उज्जैन से
- गोदावरी नदी के तट पर स्थित महाजनपद था – अश्मक
- मालवा क्षेत्र पर मगध की सत्ता का विस्तार किसके शासन काल में हुआ था – शिशुनाग के
- विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली में किसके द्वारा स्थापित किया गया – लिच्छवी
- आधुनिक रूहेलखण्ड के बरेली बदायूँ तथा फरूखाबाद के जिले से मिलकर बनने वाला जनपद – पांचाल महाजनपद
- मेरठ, दिल्ली तथा थानेश्वर के भू-भागों से – कुरू महाजनपद
- पश्चिमी तथा मध्य मालवा के क्षेत्र – अवंति महाजनपद
- कौन सा स्थान यौधेयों की टकसाल केन्द्र था – रोहतक
- यौधेय सिक्कों पर किस देवता का अंकन मिलता है – कार्तिकेय
- इक्ष्वाकुओं की राजधानी विजयपुरी का प्रतिनिधित्व किससे होता है – नागार्जुनकोंडा
- पंचमार्क सिक्कों के चिन्हों की विशद व्याख्या निम्नांकित ने की है – रेपसन
- पुष्यमित्र शुंग द्वारा दो अश्वमेध यज्ञ किये जाने के बारे में जानकारी किस लेख से मिलती है – अयोध्या लेख
- गिरनार का अभिलेख संबंधित है – रूद्रदामन से
- छठी शताब्दी ई-पू- का मत्स्य महाजनपद स्थित था – राजस्थान में
- तक्षशिला अभिलेख संबंधित है – पलिक से
- बराबर पहाड़ी की गुफाओं में है – कुल चार गुफाएं हैं, तीन गुफाओं पर अशोक के अभिलेख उत्कीर्ण है जो गुफाओं को आजीवक संप्रदाय को समर्पित है
- सर एडविन एर्नाल्ड की पुस्तक ‘द लाइट ऑफ दी एशिया’ आधारित है – ललितविस्तार पर
- अशोकाराम विहार किस स्थान पर स्थित था – पाटलिपुत्र
- कल्चुरी राजवंश में सिक्के बने होते थे – स्वर्ण, रजत एवं ताम्र के
8. मौर्य काल
- रान्यो अशोक " की उपाधि अंकित है – कनागनहल्ली (एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल) कर्नाटक के सन्नति के पास स्थित है
- जस्टिन आदि यूनानी विद्वानों ने चंद्रगुप्त मौर्य को किस नाम से संदर्भित किया है – सेन्ड्रोकोट्टस
- अशोक प्राचीन भारत के मौर्य सम्राट बिंदुसार का पुत्र था, जिसका जन्म – लगभग 304 ई. पूर्व में माना जाता है
- अशोक के शिलालेख 2 एवं 13 में यवन नरेश अंतियोक का उल्लेख है, जो – अखमनी शासक एण्टियोकस द्वितीय माना जाता है
- यवनों, काम्बोजों एवं गांधारों का उल्लेख है – शिलालेख 5 एवं 13 में
- कलिंग का युद्ध ______ में सम्राट अशोक के शासनकाल के दौरान लड़ा गया था। – 261 ईसा पूर्व
- मौर्य साम्राज्य के दौरान ‘प्रदेशत्री’ शब्द किस अधिकारियों के लिए प्रयोग किया जाता था – कानून और व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों के दमन के लिए जिम्मेदार अधिकारी
- मौर्य साम्राज्य के अंतिम शासक – बृहद्रथ
- राजा बृहद्रथ के अधीन मौर्य सेना में एक ब्राह्मण सेनापति जिसने बृहद्रथ की हत्या करने के बाद शुंग वंश की स्थापना की – पुष्यमित्र शुंग
- अशोक द्वारा नियुक्त किए गए धार्मिक अधिकारी को कहा जाता था – धम्म-महामत्ता
- अशोक के अभिलेखों के अनुसार अशोक ने राजा बनने के कितने वर्ष बाद कलिंग युद्ध लड़ा था – आठ
- किस शिलालेख से पता चलता है कि युद्ध के दो साल बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया – भाब्रू शिलालेख
- कुछ बौद्ध ग्रंथों में बिन्दुसार को किस रूप में वर्णित किया गया है – ब्राह्मण भट्टो (ब्राह्मणों का भिक्षु)
- अशोक द्वारा भेजे गए बौद्ध धर्म के प्रचारकों में – मज्जंतिक (कश्मीर/कंधार), मज्जिम (हिमालयी क्षेत्र), रक्षी टी (उत्तरी सीमा क्षेत्र), महेंद्र, संघमित्रा (श्रीलंका), सोन, उत्तरा सुवर्णभूम आई (दक्षिण भारत), मोहा धर्म रक्षित , महादेव (महाराष्ट्र), धर्म रक्षित (पश्चिमी भारत), और मोहा रक्षित (ग्रीक शहर-राज्य) शामिल थे
- अशोक के लघु शिलालेख साम्राज्य के किस भाग में केंद्रित थे – दक्षिणी और मध्य भागों में
- अशोक द्वारा जारी अंतिम घोषणा अभिलेख – स्तंभ शिलालेख VII
- मौर्य साम्राज्य मुख्यतः चार प्रांतों में संगठित था जिनकी राजधानियाँ थी – उज्जैन, तक्षशिला, कलिंग और सुवर्णगिरि
- मौर्य काल में दस से पंद्रह गाँवों के समूहों पर नियंत्रण रखते थे – गोप
- मौर्य काल में ज़िलों का प्रबंधन किया जाता था – राजुकों द्वारा
- मौर्य काल में राज्य कोष का मुख्य संरक्षक था – समाहर्ता या समिदत्त
- वह पुस्तक जिसमे चंद्रगुप्त मौर्य को "वृषल" कहा गया है – मुद्राराक्षस (विशाखदत्त द्वारा रचित)
- वह अभिलेख जिससे यह प्रमाणित होता है कि चंद्रगुप्त मौर्य का प्रभाव पश्चिम भारत पर भी था – रुद्रदामन का जूनागढ़ शिलालेख
- बुलंदीबाग प्राचीन स्थान था – पाटलिपुत्र का
- चंद्रगुप्त मौर्य ने सेल्युकस निकेटर को पराजित किया था – 305 ईसा पूर्व में
- बिंदुसार के शासनकाल में अशोक द्वारा अवंति महाजनपद जीतकर मौर्य साम्राज्य में मिला लेने का उल्लेख मिलता है – बुद्ध घोष की समंत पासादिका में
9. मौर्योत्तर काल
- वह हिंद-यवन शासक ने जिसने सीसे के सिक्के जारी किए थे – स्ट्रेटो-II
- पूर्वी रोमन शासक जस्टिनियन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान किस क्षेत्र में था – विधि
- वह वंश जिसके शासकों को पुराणों में ‘श्रीपर्वतीय’ कहा गया – इक्ष्वाकु
- पहला ईरानी शासक जिसने भारत के कुछ भाग को अपने अधीन किया था – डेरियस प्रथम
- मूर्ति कला जिसमें सदैव हरित स्तरित चट्टान (शिस्ट) का प्रयोग माध्यम के रूप में होता था – गांधार मूर्ति कला
- गांधार कला शैली एक संश्लेषण है – भारतीय तथा यूनानी कला का
- पुष्यमित्र शुंग द्वारा दो अश्वमेध यज्ञ किये जाने के बारे में जानकारी मिलती है – अयोध्या लेख
- कुषाण राजवंश के सिक्के पाए जाते हैं – स्वर्ण एवं ताम्र के
- बाल विवाह की प्रथा आरंभ हुई – कुषाणकाल में
- वह वंश जिसने शुंग वंश के बाद भारत के अधिकांश क्षेत्र पर शासन किया – कण्व वंश
- वह चीनी जनरल जिसने कनिष्क को हराया था – पान चाऊ
- प्राचीन भारत में नियमित रूप से सोने के सिक्के चलाए – कुषाण शासकों ने
- उत्तरी तथा उत्तरी-पश्चिमी भारत में सर्वाधिक संख्या में तांबे के सिक्के को जारी किया था – कुषाण शासकों ने
- सातवाहन वंश की दो राजधानियाँ थीं – पहली राजधानी प्रतिष्ठान (पैठण) थी, जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में गोदावरी नदी के तट पर स्थित थी। बाद में, राजधानी अमरावती (धान्यकटक या धरणीकोटा) स्थानांतरित हो गई, जो आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर स्थित है
- विक्रम एवं शक संवत में अंतर (वर्षों में) है – 135 वर्ष
- वह पुराण जिसमे आंध्र सातवाहन राजाओं की सबसे लंबी सूची मिलती है – मत्स्य पुराण
- वह वंश जिससे कलिंग नरेश खारवेल संबंधित थे – चेदि वंश
- राजा खारवेल का किस धर्म के प्रति सर्वाधिक झुकाव था – जैन धर्म
- महान बौद्ध विद्वान अश्वघोष समकालीन थे – कनिष्क के
- सातवाहन वंश के संस्थापक थे – सिमुक
- वह शासक जिसने अपने सिक्को पर बुद्ध का अंकन करवाया था – कनिष्क
- वह अभिलेख जिसमें रुद्रदामन प्रथम की विभिन्न उपलब्धियाँ वर्णित हैं – जूनागढ़
- सुदर्शन झील का जीर्णोदार कराया – रुद्रदामन प्रथम
- कुषाण वंश की वंशावली के बारे में जानकारी मिलती है – रबतक अभिलेख, अफगानिस्तान (यह बैक्टीरियाई भाषा और ग्रीक लिपि में लिखा गया है)
- कनिष्क के सारनाथ बौद्ध प्रतिमा अभिलेख का काल है – 81 ईसवी
- वह कुषाण शासक जिसने भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन नियमित उपयोग के लिए किया था – विम कैडफिसेस
- वह आयुर्वेदाचार्य जिसने तक्षशिला विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की थी – चरक, जीवक
- वह शासक जो वर्ण-व्यवस्था का रक्षक कहा जाता है – गौतमी पुत्र शातकर्णी
- रंगमहल संस्कृति संबंधित है – कुषाण काल से
10. गुप्त एवं गुप्तोत्तर काल
- फाह्यान ने अपनी भारतीय यात्रा वृत्तांत में एक अस्पताल का उल्लेख किया है, यह स्थित था – पाटलिपुत्र
- गुप्तोत्तर युग में प्रमुख व्यापारिक केंद्र था – कन्नौज
- चीनी यात्रियों ने अपने यात्रा वृत्तांत में भारत का उल्लेख किस नाम से किया हैं – यिन-तु
- चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय की हर्षवर्धन पर विजय का वर्ष – 618 ई.
- 618-619 ईस्वी में, पुलकेशिन द्वितीय ने नर्मदा नदी के तट पर हराया था – हर्षवर्धन को
- सम्राट हर्षवर्धन ने दो महान धार्मिक सम्मेलनों का आयोजन किया था – कन्नौज तथा प्रयाग में। (कन्नौज में आयोजित सम्मेलन महायान बौद्ध धर्म को समर्पित था, जबकि प्रयाग में आयोजित सम्मेलन महामोक्ष परिषद के रूप में जाना जाता है)
- यह पुस्तक सम्राट हर्षवर्धन की जीवनी है और संस्कृत साहित्य में ऐतिहासिक काव्य की शुरुआत मानी जाती है – बाणभट्ट द्वारा लिखी गई "हर्षचरित"
- गुप्त संवत् की स्थापना चंद्रगुप्त प्रथम ने की थी, यह संवत् शुरू हुआ था – 319-320 ई. में
- सती प्रथा का प्रथम अभिलेखीय साक्ष्य मिलता है – भानुगुप्त के एरण अभिलेख में (जो 510 ईस्वी में अंकित है)
- भारतीय इतिहास में "स्वर्ण युग" के रूप में जानी जाती है – गुप्त काल (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी तक)
- प्रवरसेन प्रथम ने न केवल चार अश्वमेध यज्ञ किए, बल्कि उसने कई अन्य वैदिक यज्ञ भी करवाए. वह किस वंश का एक महत्वपूर्ण शासक था – वाकाटक वंश
- गुप्त काल में "नवरत्न" किस शासक के दरबार में थे? – चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य)
- गुप्तकालीन सिक्कों पर किस देवी की आकृति अंकित थी? – लक्ष्मी (अधिकांश सोने के सिक्कों पर)
- गुप्त साम्राज्य का पतन किस जाति के आक्रमण से हुआ? – हूणों (मिहिरकुल के नेतृत्व में)
- हर्षवर्धन के शासनकाल में भूमि कर को क्या कहा जाता था? – भाग (उपज का 1/6 भाग)
- गुप्त काल में "सांधिविग्रहिक" किसका मंत्री होता था? – युद्ध एवं शांति मंत्री
- गुप्तोत्तर काल में किसने "महाराजाधिराज" की उपाधि धारण की? – हर्षवर्धन
- समुद्रगुप्त की प्रसिद्ध प्रयाग प्रशस्ति किसने लिखी? – हरिषेण (उसके दरबारी कवि)
- गुप्त काल में "ऋणपत्र" को क्या कहा जाता था? – हुंडी (व्यापारिक ऋण का प्रमाण)
- हर्षवर्धन के बाद उत्तर भारत में किस वंश का उदय हुआ? – प्रतिहार वंश
- गुप्त काल में निर्मित प्रथम गुफा मंदिर कौन-सा है? – उदयगिरि की गुफाएँ (विदिशा, मध्य प्रदेश)
- गुप्त काल में 'कुमारामात्य' किसे कहा जाता था? - प्रांतीय शासक या उच्च अधिकारी
- गुप्त शासकों द्वारा जारी चांदी के सिक्कों को क्या कहा जाता था? - रूपक (सिल्वर कॉइन)
- हर्षवर्धन ने अपनी राजधानी कहाँ से कन्नौज स्थानांतरित की? - स्थानेश्वर (थानेश्वर)
- गुप्त काल में 'भुक्ति' और 'विषय' क्या थे? - प्रशासनिक इकाइयाँ (भुक्ति=प्रांत, विषय=जिला)
- किस गुप्त शासक को 'कविराज' की उपाधि दी गई? - समुद्रगुप्त
- गुप्तोत्तर काल में 'मंडलिक' किसे कहा जाता था? - सामंत या छोटे राजा
- गुप्त काल में निर्मित प्रसिद्ध धातु मूर्ति कौन-सी है? - सुल्तानगंज की बुद्ध प्रतिमा (तांबे की)
- हर्षचरित के अनुसार हर्षवर्धन ने कितने वर्षों तक शासन किया? - 41 वर्ष (606-647 ई.)
- गुप्त काल में 'गौड़' किस क्षेत्र को कहा जाता था? - पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश का उत्तरी भाग
- किस गुप्त शासक ने 'शक' शासकों को पराजित कर 'शकारि' की उपाधि धारण की? - चंद्रगुप्त द्वितीय
- गुप्त काल में 'विनयस्थितिस्थापक' किसे कहा जाता था? - बौद्ध भिक्षुओं के आचार-व्यवहार की देखरेख करने वाला अधिकारी
- किस गुप्त शासक के सिक्कों पर 'वीणा बजाते हुए राजा' की आकृति मिलती है? - समुद्रगुप्त (संगीत प्रेम को दर्शाता है)
- हर्षवर्धन के शासनकाल में प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति कौन थे? - शीलभद्र (ह्वेनसांग के गुरु)
- गुप्त काल में 'पुस्तपाल' किसे कहा जाता था? - अभिलेखों/दस्तावेजों का रक्षक
- किस गुप्त शासक को 'लिच्छवि-दौहित्र' कहा गया है? - समुद्रगुप्त (लिच्छवि राजकुमारी कुमारदेवी से संबंध)
- गुप्तोत्तर काल में 'उत्तरापथ' किस व्यापार मार्ग को कहा जाता था? - उत्तर भारत से मध्य एशिया जाने वाला मार्ग
- गुप्त काल में निर्मित प्रसिद्ध 'अजंता गुफाओं' में किस गुफा में गुप्तकालीन चित्रकारी मिलती है? - गुफा संख्या 16 और 17
- हर्षवर्धन ने किस नाटक की रचना की थी? - नागानंद, प्रियदर्शिका और रत्नावली
- गुप्त साम्राज्य का अंतिम ज्ञात शासक कौन था? - विष्णुगुप्त (540 ई. के आसपास)
- गुप्त काल में 'निर्देशक' किसे कहा जाता था? - सैन्य अधिकारी (कमांडर)
11. प्राचीन भारत में स्थापत्य कला
- भारत में स्तूपों का निर्माण किस धर्म से संबंधित है? – बौद्ध धर्म (महान स्तूप: सांची, भरहुत, अमरावती)
- गुप्त काल में निर्मित ईंटों से बना सबसे प्राचीन मंदिर कौन-सा है? – भीतरगाँव मंदिर (उत्तर प्रदेश)
- एलोरा के कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किस वंश ने करवाया? – राष्ट्रकूट वंश (कृष्ण प्रथम के शासनकाल में)
- महाबलीपुरम के 'रथ मंदिर' किस शासक ने बनवाए? – नरसिंहवर्मन प्रथम (पल्लव वंश)
- नागर शैली का सबसे प्रसिद्ध उदाहरण कौन-सा मंदिर है? – खजुराहो का कंदरिया महादेव मंदिर (चंदेल वंश)
- वास्तुशास्त्र के प्रसिद्ध ग्रंथ 'मानसार' की रचना किस काल में हुई? – गुप्तोत्तर काल (5वीं-6वीं शताब्दी)
- द्रविड़ शैली का प्रथम उदाहरण कौन-सा मंदिर है? – मामल्लपुरम का शोर मंदिर (पल्लव वंश)
- अजंता की गुफाओं में चित्रकारी किस काल की है? – गुप्त काल (5वीं शताब्दी)
- भारत का प्रथम पूर्णतया पत्थर से निर्मित मंदिर कौन-सा है? – महाबलीपुरम का तटीय मंदिर (पल्लव वंश)
- बेसर शैली (मिश्रित शैली) का सर्वोत्तम उदाहरण कौन-सा है? – हैदराबाद का रामप्पा मंदिर (काकतीय वंश)
- किस मौर्यकालीन स्तंभ पर 'घंटी की आकृति' बनी है? – सारनाथ स्तंभ (अशोक स्तंभ)
- विश्व प्रसिद्ध 'कैलाश मंदिर' किस एकल पत्थर से तराशा गया है? – एलोरा की गुफा 16 (राष्ट्रकूट वंश)
- भारत में गुफा वास्तुकला का सबसे प्राचीन उदाहरण क्या है? – बराबर गुफाएँ (मौर्यकालीन, 3री शताब्दी ईसा पूर्व)
- दक्षिण भारत के 'गोपुरम' किस स्थापत्य शैली की विशेषता हैं? – द्रविड़ शैली (उदा. मीनाक्षी मंदिर, मदुरै)
- किस गुप्तकालीन मंदिर में 'फ्लाइंग गर्ल' की मूर्ति मिलती है? – देवगढ़ का दशावतार मंदिर
- चोल वास्तुकला का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण कौन-सा है? – तंजावुर का बृहदीश्वर मंदिर (राजराज चोल प्रथम द्वारा निर्मित)
- भारत का एकमात्र मंदिर जहाँ भगवान शिव और विष्णु की संयुक्त मूर्ति है? – हरिहर मंदिर (खजुराहो)
- नालंदा विश्वविद्यालय की वास्तुकला किस शैली से प्रभावित थी? – बौद्ध विहार शैली (गुप्तकालीन)
- किस मंदिर को 'ब्लैक पगोडा' कहा जाता है? – कोणार्क का सूर्य मंदिर (गंग वंश)
- विजयनगर साम्राज्य का प्रसिद्ध 'कमल महल' कहाँ स्थित है? – हम्पी (कर्नाटक)
- किस मंदिर को 'भारतीय स्थापत्य का रत्न' कहा जाता है? - खजुराहो का कंदरिया महादेव मंदिर (चंदेल वंश)
- भारत का एकमात्र मंदिर जहाँ भगवान शिव नटराज और अर्धनारीश्वर दोनों रूपों में विद्यमान हैं? - चिदंबरम नटराज मंदिर (तमिलनाडु)
- गुप्त काल के किस मंदिर में 'गंगा-यमुना' की मूर्तियाँ प्रवेश द्वार पर स्थित हैं? - देवगढ़ का दशावतार मंदिर
- विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक कौन-सा है? - अंकोरवाट मंदिर (कंबोडिया), जो भारतीय स्थापत्य से प्रभावित
- किस मंदिर में 'वास्तु पुरुष' की अवधारणा को दर्शाया गया है? - कोणार्क सूर्य मंदिर (12 चक्रों वाला रथ)
- हॉयसलेश्वर मंदिर (हलेबिड) की विशेषता क्या है? - साबुन के पत्थर पर बारीक नक्काशी
- किस मंदिर को 'मूर्तियों का विश्वकोश' कहा जाता है? - ओसियां जैन मंदिर (राजस्थान)
- भारत का पहला गुफा मंदिर कौन-सा है? - लोमस ऋषि गुफा (बराबर, बिहार)
- किस मंदिर में 'सहस्त्रस्तंभ मंडप' है? - हजारा राम मंदिर (हम्पी)
- विजयनगर स्थित 'विट्ठल मंदिर' किसके लिए प्रसिद्ध है? - संगीतमय स्तंभ (म्यूजिकल पिलर्स)
- कोणार्क सूर्य मंदिर किस शैली का उदाहरण है? - कलिंग शैली (उड़िया वास्तुकला)
- कोणार्क मंदिर के रथ के पहियों की संख्या कितनी है? - 12 जोड़ी (24 पहिए)
- कोणार्क मंदिर को 'ब्लैक पगोडा' क्यों कहा जाता है? - समुद्र से दिखने पर काले रंग के प्रभाव के कारण
- बाघ गुफाएँ किस काल की हैं? - गुप्त काल (5वीं-6वीं शताब्दी)
- बाघ गुफाओं की चित्रकारी किससे मिलती-जुलती है? - अजंता गुफाओं की चित्रकारी
- बाघ गुफाएँ कहाँ स्थित हैं? - मध्य प्रदेश के धार जिले में
- लिंगराज मंदिर किस शैली में बना है? - कलिंग शैली (उड़िया वास्तुकला)
- लिंगराज मंदिर किस देवता को समर्पित है? - भगवान शिव (हरि-हर रूप में)
- लिंगराज मंदिर का निर्माण किसने करवाया? - सोमवंशी राजा ययाति केशरी
- लिंगराज मंदिर की विशेषता क्या है? - देवदारु वृक्ष की लकड़ी का उपयोग
- चोल वंश की सबसे प्रसिद्ध वास्तुकला कृति कौन-सी है? - तंजावुर का बृहदीश्वर मंदिर (राजराज चोल प्रथम द्वारा निर्मित)
- महाबलीपुरम के 'रथ मंदिर' किस वंश ने बनवाए? - पल्लव वंश (नरसिंहवर्मन प्रथम)
- चालुक्य वास्तुकला का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण कौन-सा है? - पट्टदकल का विरूपाक्ष मंदिर
- दक्षिण भारत में 'गोपुरम' किस शैली की विशेषता है? - द्रविड़ शैली
- किस चोल शासक ने गंगईकोंडचोलपुरम मंदिर बनवाया? - राजेन्द्र चोल प्रथम
- होयसल वास्तुकला का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण कौन-सा है? - हलेबिड का होयसलेश्वर मंदिर
- महाबलीपुरम का 'तटीय मंदिर' किस वंश ने बनवाया? - पल्लव वंश (नरसिंहवर्मन द्वितीय)
- चोल काल की प्रसिद्ध कांस्य मूर्तियाँ किन्हें कहा जाता है? - चोल ब्रॉन्ज (नटराज की मूर्ति सबसे प्रसिद्ध)
- एलोरा का कैलाशनाथ मंदिर किस वंश ने बनवाया? - राष्ट्रकूट वंश (कृष्ण प्रथम)
- दक्षिण भारत का सबसे ऊँचा गोपुरम कहाँ है? - श्रीरंगम मंदिर (तमिलनाडु) - 72 मीटर
- चरक संहिता के किस अध्याय में 'त्रिदोष सिद्धांत' (वात, पित्त, कफ) की विस्तृत व्याख्या की गई है? - सूत्रस्थान के अध्याय 20 (दोषभेदीय अध्याय)
- चरक संहिता में कुल कितने खंड (स्थान) हैं? - 8 खंड (अष्टस्थान)
- चरक संहिता में कुल कितने अध्याय हैं? - 120 अध्याय
- चरक संहिता के प्रथम खंड का नाम क्या है? - सूत्रस्थान (30 अध्याय)
- चरक संहिता के अंतिम खंड का नाम क्या है? - सिद्धिस्थान (12 अध्याय)
12. दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव, राष्ट्रकूट आदि वंश)
- चोल साम्राज्य की स्थापना किसने की? - विजयालय (850 ई. में तंजावुर पर अधिकार)
- चोल शासक राजराज प्रथम ने किस मंदिर का निर्माण करवाया? - तंजावुर का बृहदीश्वर मंदिर (1010 ई.)
- चोल नौसेना का सबसे शक्तिशाली शासक कौन था? - राजेन्द्र चोल प्रथम (श्रीविजय अभियान)
- पल्लव वंश की राजधानी कहाँ थी? - कांचीपुरम (तमिलनाडु)
- महाबलीपुरम के स्थापत्य का निर्माण किस पल्लव शासक ने करवाया? - नरसिंहवर्मन प्रथम (630-668 ई.)
- चालुक्य वंश के संस्थापक कौन थे? - पुलकेशिन प्रथम (543-566 ई.)
- हर्षवर्धन को किस चालुक्य शासक ने पराजित किया? - पुलकेशिन द्वितीय (618 ई. में नर्मदा युद्ध)
- राष्ट्रकूट वंश की राजधानी कहाँ थी? - मान्यखेट (कर्नाटक)
- एलोरा के कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया? - कृष्ण प्रथम (राष्ट्रकूट वंश)
- होयसल वंश की सबसे प्रसिद्ध वास्तुकला कृति कौन-सी है? - बेलूर का चेन्नाकेशव मंदिर
- चोल साम्राज्य का सबसे विस्तृत क्षेत्र किस शासक के समय था? - राजेन्द्र चोल प्रथम (गंगईकोंडचोलपुरम की स्थापना)
- पल्लव वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था? - महेंद्रवर्मन प्रथम (संगीत, कला एवं साहित्य का संरक्षक)
- चालुक्यों और पल्लवों के बीच हुए प्रमुख युद्ध का नाम क्या था? - वातापी युद्ध (642 ई.)
- होयसल वास्तुकला की सबसे बड़ी विशेषता क्या थी? - ताराकार आधार वाले मंदिर एवं सूक्ष्म नक्काशी
- चोल काल में ग्राम प्रशासन की इकाई क्या कहलाती थी? - उर (गाँव की सभा)
- किस चालुक्य शासक को 'दक्षिणापथेश्वर' की उपाधि मिली? - पुलकेशिन द्वितीय
- पल्लवों द्वारा निर्मित प्रथम संरचनात्मक मंदिर कौन-सा है? - कांचीपुरम का कैलाशनाथ मंदिर
- चोल काल में भूमि कर को क्या कहा जाता था? - कडमाई (उपज का 1/3 भाग)
- राष्ट्रकूटों की सैन्य व्यवस्था किस पर आधारित थी? - सामंत प्रथा (भूमि अनुदान पर)
- किस होयसल शासक ने बेलूर मंदिर का निर्माण शुरू करवाया? - विष्णुवर्धन (1117 ई.)
- चोल काल में 'पेरियापुराणम' ग्रंथ की रचना किसने की? - सैक्किलियार (12वीं शताब्दी)
- पल्लव शासक महेंद्रवर्मन प्रथम को किस उपनाम से जाना जाता था? - मत्तविलास (कला प्रेमी)
- चालुक्य शासक विक्रमादित्य द्वितीय ने किस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण करवाया? - पट्टदकल का विरूपाक्ष मंदिर
- राष्ट्रकूट शासक अमोघवर्ष प्रथम ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की? - कविराजमार्ग (कन्नड़ भाषा में)
- होयसल शासक बल्लाल द्वितीय ने किस मुस्लिम शासक को पराजित किया? - दिल्ली सल्तनत के मलिक काफूर को
- चोल काल में 'तलैक्कोल' क्या था? - ग्राम सभा द्वारा लिया जाने वाला निर्णायक मत
- पल्लव शासक नरसिंहवर्मन द्वितीय को किस उपाधि से सम्मानित किया गया? - राजसिंह (कांचीपुरम के कैलाशनाथ मंदिर के निर्माता)
- चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय के ऐहोल शिलालेख को किसने लिखा? - कवि रविकीर्ति
- राष्ट्रकूट शासक कृष्ण तृतीय ने किस युद्ध में चोलों को पराजित किया? - तक्कोलम का युद्ध (949 ई.)
- होयसल वंश का अंतिम शासक कौन था? - वीर बल्लाल तृतीय (1342 ई. में विजयनगर साम्राज्य द्वारा पराजित)
- चोल शासकों द्वारा जारी किए गए सोने के सिक्कों को क्या कहा जाता था? - कासु (वजन: 0.29 ग्राम)
- पल्लव शासक महेंद्रवर्मन प्रथम ने किस नाटक की रचना की? - मत्तविलास प्रहसन (संस्कृत नाटक)
- चालुक्य शासक विक्रमादित्य षष्ठ ने किस नए शहर की स्थापना की? - कल्याणी (कर्नाटक)
- राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने एलोरा में किस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण करवाया? - कैलाशनाथ मंदिर (गुफा संख्या 16)
- होयसल शासक विष्णुवर्धन ने किस धर्म को अपनाया? - वैष्णव धर्म (पहले जैन धर्मावलंबी थे)
- चोल काल में 'वेल्लान वागै' क्या था? - कृषि भूमि का कर मुक्त दान
- पल्लव शासक नरसिंहवर्मन द्वितीय ने किस विदेशी यात्री का स्वागत किया? - चीनी यात्री ह्वेनसांग
- चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय के दरबार में किस चीनी यात्री ने भारत यात्रा की? - ह्वेनसांग
- राष्ट्रकूट शासक ध्रुव ने किस उत्तर भारतीय शासक को पराजित किया? - प्रतिहार शासक वत्सराज
- होयसल वास्तुकला में 'जलस्थम्भ' क्या था? - मंदिरों में जल निकासी की व्यवस्था
- चोल शासकों द्वारा श्रीलंका पर आक्रमण किसके शासनकाल में हुआ? - राजराज चोल प्रथम (993 ई.)
- पल्लव वंश का अंतिम महान शासक कौन था? - अपराजितवर्मन (9वीं शताब्दी के अंत में)
- चालुक्य शासक सोमेश्वर प्रथम ने किस नई राजधानी की स्थापना की? - कल्याणी (पश्चिमी चालुक्य)
- राष्ट्रकूटों ने किस उत्तर भारतीय शासक को कन्नौज से पराजित किया? - प्रतिहार शासक नागभट्ट द्वितीय
- होयसल शासक वीर बल्लाल द्वितीय ने किस नए शहर की स्थापना की? - द्वारसमुद्र (आधुनिक हलेबिड)
- चोल काल में 'नगरम' क्या था? - व्यापारियों की संगठित संस्था
- पल्लव शासक सिंहविष्णु ने किस धार्मिक ग्रंथ का अनुवाद करवाया? - महाभारत का तमिल अनुवाद
- चालुक्य शासक विक्रमादित्य षष्ठ के दरबारी कवि कौन थे? - बिल्हण (विक्रमांकदेवचरित के रचयिता)
- राष्ट्रकूट शासक गोविंद तृतीय ने किस उपाधि को धारण किया? - प्रभुतुंग (सर्वोच्च शासक)
- होयसल मंदिरों की सबसे विशिष्ट स्थापत्य विशेषता क्या थी? - ताराकार आधार (स्टार-शेप्ड प्लेटफॉर्म)
- चोल शासक कुलोत्तुंग प्रथम (1070-1122 ई.) ने किस विशेष व्यापारिक संघ को अनुदान दिया? - 72 व्यापारियों के 'मणिग्रामम' संघ को
- कुलोत्तुंग प्रथम द्वारा 72 व्यापारियों को दिया गया अनुदान कहाँ दर्ज है? - लंबरमनी (चिदंबरम) ताम्रपत्र अभिलेख में
- 72 व्यापारियों के इस संघ का मुख्य व्यवसाय क्या था? - अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (विशेषकर दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ)
13. प्राचीन साहित्य एवं साहित्यकार
- संस्कृत के महानतम कवि और 'अभिज्ञानशाकुन्तलम्' के रचयिता कौन हैं? - महाकवि कालिदास (गुप्त काल)
- 'मृच्छकटिकम्' (मिट्टी की गाड़ी) नाटक किसने लिखा? - शूद्रक (गुप्तकालीन नाटककार)
- तमिल साहित्य की प्रसिद्ध रचना 'तिरुक्कुरल' किसकी कृति है? - तिरुवल्लुवर (संगम काल)
- संस्कृत व्याकरण के 'अष्टाध्यायी' ग्रंथ के रचयिता कौन हैं? - पाणिनि (ई.पू. 4थी शताब्दी)
- प्रसिद्ध ग्रंथ 'पंचतंत्र' की रचना किसने की? - विष्णु शर्मा (लगभग 300 ई.पू.)
- महाकाव्य 'रघुवंश' और 'कुमारसंभव' किसकी रचनाएँ हैं? - कालिदास
- जैन साहित्य की प्रसिद्ध रचना 'कल्पसूत्र' किसने लिखी? - भद्रबाहु (ई.पू. 3री शताब्दी)
- संस्कृत के प्रथम महाकाव्य 'रामायण' के रचयिता कौन हैं? - महर्षि वाल्मीकि
- बौद्ध दार्शनिक नागार्जुन ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की? - माध्यमिक कारिका
- संगम साहित्य किस भाषा में रचा गया? - तमिल (दक्षिण भारत का प्राचीनतम साहित्य)
- प्रसिद्ध ग्रंथ 'मुद्राराक्षस' किसने लिखा? - विशाखदत्त (चंद्रगुप्त मौर्य पर आधारित)
- 'गाथासप्तशती' किस भाषा में रचित काव्य है? - प्राकृत (हाल द्वारा रचित)
- जैन साहित्य की 'आदिपुराण' किसकी रचना है? - जिनसेन (9वीं शताब्दी)
- संस्कृत के महान कवि भवभूति ने कौन-से प्रसिद्ध नाटक लिखे? - मालतीमाधव, उत्तररामचरित
- 'कामसूत्र' के रचयिता कौन हैं? - वात्स्यायन (गुप्तकालीन विद्वान)
- तमिल महाकाव्य 'सिलप्पदिकारम' के रचयिता कौन हैं? - इलांगो आदिगल (संगम काल)
- संस्कृत व्याकरण के 'कातन्त्र व्याकरण' के रचयिता कौन हैं? - सर्ववर्मन (कातन्त्र सूत्र)
- बौद्ध दार्शनिक असंग ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की? - योगाचारभूमि शास्त्र
- 'किरातार्जुनीयम्' महाकाव्य किसकी रचना है? - भारवि (महाभारत के किरात पर्व पर आधारित)
- संस्कृत के प्रथम ज्ञात महाकाव्य 'बुद्धचरित' के रचयिता कौन हैं? - अश्वघोष (कुषाण काल)
- 'कथासरित्सागर' किसने संकलित किया? - सोमदेव (11वीं शताब्दी)
- प्रसिद्ध तमिल महाकाव्य 'मणिमेखलै' किसकी रचना है? - सीतलई सात्तनार (संगम काल)
- संस्कृत के 'दशरूपक' नाट्यशास्त्र ग्रंथ के रचयिता कौन हैं? - धनंजय (10वीं शताब्दी)
- 'हर्षचरित' और 'कादम्बरी' के रचयिता कौन हैं? - बाणभट्ट (हर्षवर्धन के दरबारी कवि)
- प्राकृत भाषा में लिखित 'सेतुबंध' काव्य किसकी रचना है? - प्रवरसेन द्वितीय (वाकाटक वंश)
- संस्कृत के 'नैषधचरित' महाकाव्य के रचयिता कौन हैं? - श्रीहर्ष (12वीं शताब्दी)
- जैन साहित्य के 'तत्त्वार्थ सूत्र' किसने लिखे? - उमास्वामी (द्वितीय शताब्दी)
- संस्कृत के 'काव्यादर्श' साहित्यशास्त्र ग्रंथ के रचयिता कौन हैं? - दण्डी (7वीं शताब्दी)
- प्रसिद्ध तमिल नीति ग्रंथ 'नालडियार' किस काल की रचना है? - संगम युग (जैन विद्वानों द्वारा)
- मत्तविलास प्रहसन के रचयिता कौन हैं? - पल्लव शासक महेंद्रवर्मन प्रथम (7वीं शताब्दी)
- मत्तविलास प्रहसन नाटक किस भाषा में लिखा गया है? - संस्कृत
- मत्तविलास प्रहसन किस साहित्यिक विधा का उदाहरण है? - प्रहसन (हास्य नाटक)
- मत्तविलास प्रहसन नाटक का मुख्य विषय क्या है? - कापालिक और बौद्ध भिक्षु के मध्य वाद-विवाद
- महेंद्रवर्मन को किस उपनाम से जाना जाता था? - विचित्रचित्त (कला प्रेमी)
- नीतिसार के रचयिता कौन हैं? - कामंदक (विष्णुगुप्त/चाणक्य के शिष्य)
- यह ग्रंथ किस भाषा में लिखा गया है? - संस्कृत
- नीतिसार किस विषय पर आधारित है? - राजनीति शास्त्र (अर्थशास्त्र का संक्षिप्त संस्करण)
- इस ग्रंथ में कुल कितने अध्याय हैं? - 19 अध्याय
- कामंदक ने यह ग्रंथ किस राजा को समर्पित किया? - चन्द्रगुप्त मौर्य
- "ललित विग्रहराज" नाटक की रचना की थी? - सोमदेव (कश्मीरी कवि एवं नाटककार)
- ललित विग्रहराज किस वंश के शासक थे? - कार्कोट वंश (कश्मीर)
- उनका शासनकाल कब था? - 724-760 ई.
- उन्हें किस उपनाम से जाना जाता है? - मुक्तापीड ("मोती की वर्षा करने वाला")
- कल्हण की 'राजतरंगिणी' में उन्हें क्या कहा गया है? - "कश्मीर का सर्वश्रेष्ठ योद्धा राजा"
- उनकी सैन्य उपलब्धियों में क्या शामिल है? - कन्नौज के यशोवर्मन को पराजित करना
14. पूर्व मध्यकाल (800 से 1200 ई.)
- पृथ्वीराज चौहान किस वंश के शासक थे? - चौहान वंश (अजमेर-दिल्ली)
- उनकी राजधानी कहाँ थी? - अजमेर (और दिल्ली का किला राय पिथौरा)
- उनके दरबारी कवि कौन थे? - चंदबरदाई (पृथ्वीराज रासो के रचयिता)
- तराईन के प्रथम युद्ध (1191 ई.) में किसे पराजित किया? - मुहम्मद गोरी
- तराईन के द्वितीय युद्ध (1192 ई.) में क्या हुआ? - पृथ्वीराज की हार और भारत में मुस्लिम शासन की नींव
- कन्नौज पर किस वंश का शासन था? - गहड़वाल वंश (जयचंद)
- जयचंद और पृथ्वीराज के बीच क्या संबंध था? - प्रतिद्वंद्विता (संयोगिता हरण की कथा)
- मेवाड़ के किस शासक ने पृथ्वीराज का साथ दिया? - गुहिल वंशीय समरसिंह
- बुंदेलखंड में किस वंश का शासन था? - चंदेल वंश (परमर्दिदेव)
- मुहम्मद गोरी ने किस युद्ध में जयचंद को हराया? - चंदावर का युद्ध (1194 ई.)
- प्रतिहार वंश की स्थापना किसने की? - नागभट्ट प्रथम (8वीं शताब्दी)
- पाल वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था? - धर्मपाल (नालंदा विश्वविद्यालय का संरक्षक)
- राष्ट्रकूट शासक अमोघवर्ष प्रथम ने किस ग्रंथ की रचना की? - कविराजमार्ग (कन्नड़ साहित्य)
- चोल साम्राज्य का स्वर्ण युग किसके शासन में था? - राजराज चोल प्रथम (985-1014 ई.)
- महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर कब आक्रमण किया? - 1025 ई.
- होयसल वंश की स्थापना किसने की? - विष्णुवर्धन (1110 ई.)
- कश्मीर के कार्कोट वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था? - ललितादित्य मुक्तापीड (724-760 ई.)
- चंदेल शासकों ने किस प्रसिद्ध मंदिर समूह का निर्माण करवाया? - खजुराहो के मंदिर
- तमिल कवि कंबन ने किसका तमिल अनुवाद किया? - वाल्मीकि रामायण (रामावतारम)
- प्रतिहार शासक मिहिर भोज को किस उपाधि से जाना जाता था? - "आदिवराह" (अरब आक्रमणों को रोकने के लिए)
- पाल शासक देवपाल ने किस देश के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए? - सुमात्रा के शैलेन्द्र वंश (नालंदा में विहार निर्माण)
- राष्ट्रकूट शासक कृष्ण तृतीय ने किस युद्ध में चोलों को पराजित किया? - तक्कोलम का युद्ध (949 ई.)
- चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने किस नई राजधानी की स्थापना की? - गंगईकोंडचोलपुरम (गंगा विजय के उपलक्ष्य में)
- किस चालुक्य शासक ने होयसल शासक विष्णुवर्धन को पराजित किया? - विक्रमादित्य षष्ठ (12वीं शताब्दी)
- परमार वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था? - राजा भोज (धार नगरी का संस्थापक)
- चंदेल शासक यशोवर्मन ने किस प्रसिद्ध मंदिर का निर्माण करवाया? - खजुराहो का लक्ष्मण मंदिर
- कश्मीर के उत्पल वंश की स्थापना किसने की? - अवन्तिवर्मन (855 ई.)
- तमिल कवियत्री आंडाल ने किस प्रसिद्ध भक्ति ग्रंथ की रचना की? - तिरुप्पावई (वैष्णव भक्ति साहित्य)
- महमूद गजनवी के दरबारी कवि कौन थे? - फिरदौसी (शाहनामा के रचयिता) और अलबरूनी
- किस चोल शासक ने श्रीलंका पर विजय प्राप्त की और पोलोन्नरुवा को अपनी राजधानी बनाया? - राजराज चोल प्रथम (993 ई.)
- पाल शासक धर्मपाल ने किस विश्वविद्यालय की स्थापना की? - विक्रमशिला विश्वविद्यालय (बिहार)
- राष्ट्रकूट शासक इंद्र तृतीय ने किस उत्तर भारतीय शहर को लूटा? - कन्नौज (916 ई.)
- किस चंदेल शासक ने खजुराहो के कंदरिया महादेव मंदिर का निर्माण करवाया? - विद्याधर (1025-1050 ई.)
- होयसल वास्तुकला की सबसे विशिष्ट विशेषता क्या थी? - ताराकार आधार वाले मंदिर
- किस परमार शासक ने 'भोजशाला' (संस्कृत विद्यालय) की स्थापना की? - राजा भोज (धार नगरी में)
- चोल प्रशासन में 'उर' और 'नाडु' क्या थे? - ग्राम सभा (उर) और जिला परिषद (नाडु)
- किस कश्मीरी शासक ने 'राजतरंगिणी' के लेखक कल्हण को संरक्षण दिया? - जयसिंह (1128-1155 ई.)
- महमूद गजनवी के साथ भारत आने वाले प्रसिद्ध विद्वान कौन थे? - अलबरूनी (किताब-उल-हिन्द के लेखक)
- किस चालुक्य शासक ने चोल शासक राजेन्द्र चोल को पराजित किया? - जयसिंह द्वितीय (1022 ई.)
15. प्राचीन भारत (विविध तथ्य)
- शून्य की अवधारणा किसने दी? - आर्यभट्ट (5वीं शताब्दी)
- चरक संहिता किससे संबंधित है? - आयुर्वेद (चिकित्सा विज्ञान)
- प्राचीन भारत का सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय कौन-सा था? - नालंदा (गुप्त काल)
- लौह स्तंभ (दिल्ली) किस शासक ने बनवाया? - चंद्रगुप्त द्वितीय (गुप्त काल)
- सुश्रुत संहिता किस विषय से संबंधित है? - शल्य चिकित्सा (प्लास्टिक सर्जरी का जनक)
- सांची का स्तूप किसने बनवाया? - अशोक (मौर्यकाल)
- अजंता की गुफाएँ किस काल की हैं? - गुप्त काल (5वीं शताब्दी)
- महाबलीपुरम के रथ मंदिर किस वंश ने बनवाए? - पल्लव वंश (7वीं शताब्दी)
- भारत का सबसे ऊँचा गोपुरम कहाँ है? - तमिलनाडु का मीनाक्षी मंदिर
- कोणार्क सूर्य मंदिर किस शैली का उदाहरण है? - कलिंग शैली (उड़ीसा)
- रेशम मार्ग (Silk Route) से भारत किस देश से जुड़ा था? - चीन
- मुज़िरिस बंदरगाह कहाँ स्थित था? - केरल (रोमन व्यापार का केंद्र)
- हुंडी प्रणाली का प्रचलन किस काल में हुआ? - मध्यकाल (लेकिन मूल गुप्त काल में)
- किस शासक ने सिक्कों पर अपनी छवि अंकित करवाई? - कुषाण शासक (कनिष्क)
- गुप्त काल में 'सांधिविग्रहिक' क्या था? - युद्ध एवं शांति मंत्री
- हर्यक वंश का संस्थापक कौन था? - बिम्बिसार (मगध का शासक, 544-492 ई.पू.)
- सती प्रथा का प्रथम अभिलेखीय प्रमाण कहाँ मिलता है? - एरण अभिलेख (510 ई., भानुगुप्त)
- आयुर्वेद के 'त्रिदोष सिद्धांत' का प्रतिपादन किसने किया? - चरक (वात, पित्त, कफ)
- 'पाई (π)' का मान सबसे पहले किसने निकाला? - आर्यभट्ट (3.1416)
- सुश्रुत संहिता में किस शल्य प्रक्रिया का वर्णन है? - नाक पुनर्निर्माण (राइनोप्लास्टी)
- प्राचीन भारत में 'यवनप्रिय' किसे कहा जाता था? - काली मिर्च (रोमन व्यापार में प्रमुख)
- किस ग्रंथ में 'शून्य' को एक संख्या माना गया? - ब्रह्मस्फुट सिद्धांत (ब्रह्मगुप्त)
- मौर्यकालीन 'अग्रहार' क्या था? - ब्राह्मणों को दी गई कर-मुक्त भूमि
- 'सीतादयक' किससे संबंधित है? - कृषि कर (उपज का 1/6 भाग)
- गुप्तकालीन 'भुक्ति' और 'विषय' क्या थे? - प्रशासनिक इकाइयाँ (भुक्ति=प्रांत, विषय=जिला)
- प्राचीन भारत में 'लोहस्तंभ' किस धातु से बना है? - 98% शुद्ध लोहा (संक्षारण रहित)
- 'यवनप्रिय' किसे कहा जाता था? - काली मिर्च (रोमन व्यापार में मुख्य वस्तु)
- वराहमिहिर की प्रसिद्ध रचना कौन-सी है? - बृहत्संहिता (ज्योतिष एवं विज्ञान)
- अजंता चित्रकारी की विशेषता क्या है? - फ्रेस्को तकनीक (गीले प्लास्टर पर रंग)
- एलोरा के कैलाशनाथ मंदिर की विशेषता क्या है? - एक ही पत्थर को काटकर बनाया गया
- महाबलीपुरम के 'गंगावतरण' की क्या विशेषता है? - एकाश्मक (मोनोलिथिक) शिल्पाकृति
- संस्कृत का प्रथम नाटक कौन-सा माना जाता है? - अश्वघोष की 'शारिपुत्र प्रकरण'
- तमिल 'संगम साहित्य' किस काल की रचना है? - 300 ई.पू.-300 ई.
- पाणिनि की 'अष्टाध्यायी' किससे संबंधित है? - संस्कृत व्याकरण
निष्कर्ष
प्राचीन भारत का इतिहास केवल अतीत की घटनाओं का संग्रह नहीं है, बल्कि यह हमारे वर्तमान और भविष्य की समझ का आधार भी है। इस कालखंड में विकसित संस्कृति, धर्म और कला आज भी हमें प्रेरित करते हैं।
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