रेलवे परीक्षा के लिए प्राचीन भारत का इतिहास: 20 महत्वपूर्ण MCQ प्रैक्टिस सेट (हिंदी में)
भीमबेटका की गुफाओं की खोज कब हुई थी?
1953-54
1954-55
1955-56
1957-58
डॉ. वाकणकर ने 1957 में पुरातत्वविदों की एक टीम के साथ क्षेत्र का दौरा किया और कई प्रागैतिहासिक शैलाश्रयों की सूचना दी. यह खोज भारत में प्रागैतिहासिक कला के सबसे बड़े भंडारों में से एक है।
निम्नलिखित में से कौन-सा हड़प्पा स्थल शिल्प-कलाओं के उत्पादन से संबंधित नही है?
बालाकोट
चंहुदड़ो
मांडा
नागेश्वर
मांडा जम्मू और कश्मीर में स्थित एक पुरातात्विक स्थल है। अन्य हड़प्पा स्थलों के विपरीत, मांडा प्रमुख रूप से शिल्प उत्पादन से नहीं जुड़ा है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल है, और इसका मुख्य महत्व सभ्यता की सीमा के प्रमाण प्रदान करने में है। यह स्थल विशेष शिल्प गतिविधियों के केंद्र के बजाय मुख्य रूप से एक बस्ती थी।।
निम्नलिखित में से कौन सा एक हड़प्पा शहर नहीं था?
रोपड़
दैमाबाद
हुलास
मेहरगढ़
मेहरगढ़ सिंधु नदी घाटी के पश्चिम में बलूचिस्तान, पाकिस्तान के काच्ची मैदान पर बोलन पास के पास स्थित एक नवपाषाण स्थल है।
सिंधु घाटी सभ्यता का निम्नलिखित में से कौनसा स्थल सिंधु नदी के तट पर अवस्थित नहीं है?
कोटदीजी
हड़प्पा
मोहनजोदड़ो
चन्हुदड़ो
हड़प्पा रावी नदी के किनारे स्थित था। यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण शहर था और वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है।
हड़प्पा सभ्यता की खोज किस वर्ष में हुई थी??
1920
1921
1926
1930
हड़प्पा सभ्यता की खोज 1921 में हुई थी। 1921 में, दयाराम साहनी ने हड़प्पा स्थल की खुदाई की, जो सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहरी केंद्र था।
'सिंधु सभ्यता' शब्द का प्रयोग करने वाला पहला व्यक्ति था?
बी. एस. बिष्ट
राखालदास बंदोपाध्याय
दयाराम साहनी
जॉन मार्शल
।
गुप्त काल में जहाज दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में जाने के लिए किस बंदरगाह से रवाना होते थे?
खम्भात
कावेरीपट्टनम
भड़ौच
ताम्रलिप्ति
गुप्त काल में ताम्रलिप्ति (वर्तमान पश्चिम बंगाल का एक प्राचीन बंदरगाह) एक प्रमुख बंदरगाह था, जहाँ से जहाज दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में जाने के लिए रवाना होते थे। यह व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र था और भारतीय उपमहाद्वीप से विदेशी व्यापार के लिए प्रमुख मार्ग था।
गुप्त काल से संबंधित कितने अभिलेख उपलब्ध है?
42
40
35
30
गुप्त काल से संबंधित 40 अभिलेख उपलब्ध हैं। ये अभिलेख गुप्त सम्राटों के शासनकाल, प्रशासन, धर्म, और सामाजिक जीवन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
निम्न में से कौन सा अभिलेख कुमार गुप्त प्रथम का वर्णन सिर्फ ‘महाराज’ के रूप में करता है?
मानकुंवर का बौद्ध प्रतिमा अभिलेख
विलसङ् का स्तम्भ लेख
बिलग्राम का ताम्रलेख
मथुरा का जैन प्रतिमा अभिलेख
विलसङ् का स्तम्भ लेख कुमार गुप्त प्रथम का वर्णन केवल ‘महाराज’ के रूप में करता है। इस अभिलेख में कुमार गुप्त को सम्राट के स्थान पर ‘महाराज’ के रूप में ही संबोधित किया गया है।
प्रारंभिक गुप्त सम्राटों ने मुद्रा प्रणाली की दृष्टि से अपने पूर्ववती किस वंश के राजाओं द्वारा चलाये गये सोने के सिक्कों को अपना आदर्श बनाया?
मौर्य शासकों को
सातवाहन शासकों को
कुषाण शासकों को
हिन्द-यूनानी शासकों को
प्रारंभिक गुप्त सम्राटों ने मुद्रा प्रणाली की दृष्टि से कुषाण शासकों के सोने के सिक्कों को अपना आदर्श माना। कुषाण शासकों के सिक्के, जो अक्सर स्वर्ण में होते थे, गुप्त सम्राटों द्वारा अपनाए गए। इन सिक्कों की शैली को गुप्त शासकों ने और विकसित किया तथा स्वर्ण-मुद्राओं का व्यापक उपयोग किया।
किस गुप्त सम्राट को उसके सिक्कों पर वीणा बजाते दर्शाया गया है?
चन्द्रगुप्त प्रथम
चन्द्रगुप्त द्वितीय
समुद्रगुप्त
कुमार गुप्त
समुद्रगुप्त को उसके सिक्कों पर वीणा बजाते हुए दर्शाया गया है। उन्हें “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है और उनके सिक्कों पर कला, संगीत और शाही गुणों का प्रतिबिंब मिलता है।
निम्न में से किस काल में स्त्रियों की पुरुषों से बराबरी थी?
गुप्तकाल
मौर्यकाल
चोलों में
इनमें से किसी में भी नहीं
प्राचीन भारत के किसी भी प्रमुख काल में स्त्रियों को पुरुषों के बराबर अधिकार प्राप्त नहीं थे। अतः सही उत्तर (d) इनमें से किसी में भी नहीं है।
प्राचीन भारत में किस वंश का शासनकाल ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है?
मौर्य
शुंग
गुप्त
मगध
गुप्त काल (320–550 ई.) को “भारत का स्वर्ण युग” कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान और गणित में अद्भुत प्रगति हुई।
प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान आर्चाय ‘वसुबन्धु’ किस गुप्त शासक के दरबार में रहते थे?
चन्द्रगुप्त द्वितीय
स्कन्द गुप्त
कुमार गुप्त प्रथम
समुद्रगुप्त
प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान आचार्य वसुबन्धु गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) (375–415 ई.) के दरबार से जुड़े थे। उन्होंने योगाचार बौद्ध दर्शन को विकसित किया और अभिधर्मकोश जैसे ग्रंथों की रचना की।
निम्नलिखित में कौन सा चीनी यात्री पहले गुप्त शासक श्री गुप्त के विषय में जानकारी देता है?
इत्सिंग
फाह्यान
ह्वेनसांग
वांग हवेन त्से
चीनी यात्री इत्सिंग (I-tsing) ने गुप्त वंश के संस्थापक श्री गुप्त के बारे में जानकारी दी है।
निम्न में से किस दर्शन का मत है कि वेद शाश्वत सत्य हैं?
सांख्य
वैशेषिक
मीमांसा
न्याय
मीमांसा दर्शन का यह मानना है कि वेद शाश्वत सत्य हैं।
मीमांसा के प्रणेता थे-
कणाद
वशिष्ठ
विश्वामित्र
जैमिनी
मीमांसा दर्शन के प्रणेता जैमिनी थे। उन्होंने वेदों की व्याख्या और उनके कर्मकांडों पर जोर दिया और इस दर्शन का विकास किया।
न्याय दर्शन को प्रचारित किया था-
चार्वाक ने
गौतम ने
कपिल ने
जैमिनी ने
न्याय दर्शन को गौतम ने प्रचारित किया था। गौतम ने न्यायसूत्र की रचना की, जो इस दर्शन का प्रमुख ग्रंथ है।
केवल प्रत्यक्ष प्रमाण को कौन स्वीकार करता है?
जैन
चार्वाक
बौद्ध
सांख्य
चार्वाक दर्शन केवल प्रत्यक्ष प्रमाण (जो इन्द्रियों द्वारा अनुभव किया जा सकता है) को ही स्वीकार करता है।
गुप्तकाल में गुजरात, बंगाल, दक्कन एवं तमिल राष्ट्र में स्थित केंद्र किससे संबंधित थे?
बहुमूल्य मणि एवं रत्न
वस्त्र उत्पादन
हस्तशिल्प
अफीम खेती
गुप्तकाल में गुजरात, बंगाल, दक्कन, और तमिल राष्ट्र मुख्य रूप से बहुमूल्य मणि और रत्न के उत्पादन और व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे। इन क्षेत्रों में पन्ना, हीरा, माणिक, और मोती पाए जाते थे, जो न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी व्यापारित होते थे। गुप्तकालीन समुद्री और स्थल मार्गों से इस व्यापार का विस्तार हुआ। गुजरात का कंबे बंदरगाह और बंगाल का पाटलिपुत्र प्रमुख व्यापारिक केंद्र थे।
Processing your results...
General Studies (Set-2)
00:15:00
Test Results
Your score will appear here after submission
Performance Summary
0
Correct Answers
0
Incorrect Answers
0
Not Attempted
Detailed Analysis
एक टिप्पणी भेजें
कृपया टिप्पणी बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें।